देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सेहत अभी स्थिर है. वो कोमा में है और नई दिल्ली स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती है. अस्पताल प्रशासन के अनुसार अभी वो वेंटिलेटर पर है और उनके सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा है.

भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है. अस्पताल प्रशासन के अनुसार उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही हैं. प्रणव मुखर्जी की सेहत में कोई सुधार नहीं है और हालत भी स्थिर बनी हुई है. वे लगातार वेंटिलेटर पर ही है जिस कारण स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.
सेना के अस्पताल में भर्ती है Pranab Mukherjee
84 साल के प्रणव मुखर्जी को सेना के रिसर्च और रेफरल अस्पताल में ब्रेन सर्जरी के लिए भर्ती करवाया गया था लेकिन सर्जरी से पहले ही उनकी कोरोना जांच की गई तो वह पॉजिटिव निकले. कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद सब उनके स्वस्थ होने की कामना कर रहे है.
कोमा में है पूर्व राष्ट्रपति
ब्रेन सर्जरी के बाद से ही देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कोमा में है. सैन्य अस्पताल की तरफ से बयान में बताया गया है कि ‘इस समय उनकी हालत रक्त प्रवाह के लिहाज से स्थिर है और वह लगातार वेंटिलेटर पर हैं’. सोमवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था लेकिन मंगलवार को तबियत बिगड़ गई.
बेटी ने कही ये बात
Pranab Mukherjee की बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अपने पिता के स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने बताया कि पिताजी को पिछले एक साल पहले ही आठ अगस्त को भारत रत्न मिला था. और अब अगस्त में ही उनकी तबियत बिगड़ गई.
सोशल मीडिया पर छाई है निधन की अफवाह
सोशल मीडिया पर अब लगातार प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) के निधन की खबरें वायरल हो रही है जो केवल अफवाह मात्र ही है. बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने खुद ट्विटर पर बताया कि उनके पिता के निधन की खबर अफवाह है. उनके पिता के मरने की फेक न्यूज सोशल मीडिया पर चलाई जा रही है. बेटे अभिजीत मुखर्जी ने भी इस बात का खंडन किया है.
बेटे अभिनव ने किया इस बात का खंडन
बेटे अभिजीत मुखर्जी ने भी ट्वीट किया है कि मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी अभी भी जीवित हैं और हेमोडायनामिक रूप से स्थिर हैं. प्रतिष्ठित पत्रकारों द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही अटकलों और फर्जी खबरों से साफ जाहिर होता है कि भारत में मीडिया फेक न्यूज का कारखाना बन गया है’.
गांव में हो रहा है महामृत्युंजय जाप
बता दें कि प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं. उन्हें पिछले साल 8 अगस्त को भारत रत्न के सम्मान से भी सम्मानित किया गया. Pranab Mukherjee की सेहत के लिए पश्चिमी बंगाल स्थित उकने गांव में महामृत्युंजय जाप भी किया जा रहा हैं.
झूठी खबर पर पत्रकार ने मांगी माफी
प्रणब मुखर्जी की मौत की झूठी खबर को लेकर पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि उन्हें खबर लिखने से पहले इसकी पुष्टि कर लेनी चाहिए थी. आपको बता दे कि Pranab Mukherjee की सेहत में कोई सुधार नहीं है और अब भी वो गहरी बेहोशी में ही है.
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Pranab Mukherjee के सेहत की जानकारी
अस्पताल के बयान के अनुसार मुखर्जी की स्वास्थ्य जांच करने पर सिर में एक थक्का नजर आया जिसको तुरंत निकलना जरूरी था. इसी वजह से कोरोना संक्रमित होने के बाद भी उनकी जीवनरक्षक सर्जरी की गई लेकिन अभी वो कोमा में ही है. वे दिल्ली के सैन्य अस्पताल में भर्ती है और डॉक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही है.
कोरोना संक्रमित होने के बाद किया था ये अनुरोध
Covid-19 पॉजिटिव आने के बाद खुद सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए अनुरोध किया है कि ‘मैं अनुरोध करता हूं कि जो लोग गत एक हफ्ते में मेरे संपर्क में आए हैं, वे खुद पृथक-वास में चले जाएं और अपनी कोविड-19 की जांच कराएं’.